Free Bijli: यूपी के किसानों को सिंचाई के लिए Free Bijli कब मिलेगी, इसकी जानकारी ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने दी।

Aaj ka Panchang 15 Nov 2023 सनातन धर्म में बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के दुख और परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसलिए भक्त बुधवार के दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा करते हैं। आज देश के कई हिस्सों में भाई दूज मनाया जा रहा है.
Aaj ka Panchang 15 Nov 2023 सनातन धर्म में बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के दुख और परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसलिए भक्त बुधवार के दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा करते हैं। आज देश के कई हिस्सों में भाई दूज मनाया जा रहा है.
धार्मिक डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 15 Nov 2023: आज कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया और तृतीया तिथि है. ज्योतिषियों के अनुसार आज का सुकर्मा योग कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया और तृतीया तिथि पर बन रहा है। इस योग में भगवान गणेश की पूजा करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। आइए जानते हैं पंडित हर्षित जी आज का पंचांग और राहुकाल समय-
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि दोपहर 01:47 बजे तक है। इसके बाद तृतीया तिथि प्रारंभ हो जाएगी। इसलिए भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक भाई दूज का त्योहार आज देश के कई हिस्सों में मनाया जाता है। इस बीच गोवर्धन पूजा भी चल रही है.
आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर सुकर्मा योग बन रहा है। यह संयोजन दोपहर 12:08 बजे बनना शुरू हुआ। ज्योतिषी सुकर्मा योग को शुभ मानते हैं। इस योग काल में शुभ कार्य किये जा सकते हैं।
सूर्योदय – प्रातः 06:43 बजे
सूर्यास्त- 17:28 बजे
चंद्रोदय – प्रातः 08:36 बजे
चंद्रास्त – 06:51 PM
ब्रह्म मुहूर्त- शाम 04:57 बजे से शाम 05:50 बजे तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 01:53 बजे से 02:36 बजे तक
गोधूलि बेला – शाम 05:28 बजे से शाम 05:54 बजे तक
निशिता मुहूर्त- रात 11:39 बजे से 12:32 बजे तक
राहु काल- दोपहर 12:05 बजे से 01:26 बजे तक
गुलिक काल- सुबह 10.45 से 12.05 बजे तक
अशुभ घड़ी- प्रातः 11:44 से 12:26 तक
कंटक- शाम 04:01 बजे से शाम 04:44 बजे तक
यमघंट- 08:52 AM से 09:35 AM तक
कुलिक- 11:44 AM से 12:26 AM तक
कालवेला या अर्धयाम – प्रातः 07:26 बजे से प्रातः 08:09 बजे तक
यांगंद – प्रातः 08:03 से प्रातः 09:24 तक
दिशा स्कूल – उत्तर
अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगसिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चंद्र शक्ति
वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुंभ
अस्वीकरण: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की कोई गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/आस्थाओं/धार्मिक ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आपके समक्ष प्रस्तुत की गयी हैं। हमारा उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है और उपयोगकर्ताओं को इसे पूरी तरह से सूचनात्मक मानना चाहिए। इसके अलावा, किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी उपयोगकर्ता की रहेगी।