दशहरे के दिन वृद्धि योग बना था. इस दिन दोपहर 03 बजकर 40 मिनट पर वृद्धि योग बना और अगले दिन 25 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 14 मिनट तक बना रहा. वृद्धि योग को सबसे शुभ कार्य माना जाता है। Dussehra के दिन विजय मुहूर्त दोपहर 01:58 बजे से दोपहर 02:43 बजे तक खुला रहता है।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Dussehra 2023: शारदीय नवरात्रि हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाई जाती है। इसके अगले दिन Dussehra मनाया जाता है. इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। इसलिए इस साल शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक है. इस बीच, Dussehra का त्योहार विजयादशमी 24 अक्टूबर को है। ज्योतिषियों के मुताबिक Dussehra पर वृद्धि योग सहित तीन विशेष योग बन रहे हैं। आइये जानते हैं दशहरे पर बनने वाले शुभ योग और पंचांग के बारे में——

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शुभ समय

पंचांग के अनुसार Dussehra की तिथियां 23 अक्टूबर को शाम 05:44 बजे शुरू होंगी और 24 अक्टूबर को दोपहर 03:14 बजे समाप्त होंगी.

विजय मुख्तार

Dussehra के दिन विजय मुहूर्त दोपहर 01:58 बजे से दोपहर 02:43 बजे तक खुला रहता है।

पूजा का शुभ मुहूर्त

Dussehra के दिन पूजा का समय दोपहर 01 बजकर 13 मिनट से लेकर दोपहर के 03 बजकर 18 मिनट तक है। पूजा अवधि 2 घंटे 15 मिनट है।

वृद्धि योग

Dussehra के दिन वृद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन वृद्धि योग का निर्माण दोपहर में 03 बजकर 40 मिनट पर हो रहा है, जो अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 14 मिनट तक है। वृद्धि योग शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।

रवि योग

Dussehra पर रवि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 27 मिनट से शुरू हो रहा है, जो दोपहर 03 बजकर 28 मिनट तक है। इसके पश्चात, संध्याकाल में 06 बजकर 38 मिनट से है, जो रात भर है।

करण

Dussehra तिथि पर दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक गर करण का निर्माण हो रहा है। इसके पश्चात, वणिज करण रात्रि भर है। वणिज और गर करण शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 27 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 43 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुख्तार- 04:45 से 05:36 तक

अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:43 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक

गोधूलि बेला – शाम 05:43 बजे से शाम 06:09 बजे तक

निशिता मुहूर्त- रात 11:40 बजे से 12:31 बजे तक

अशुभ समय

राहुकाल- दोपहर 02:41 बजे से शाम 04:19 बजे तक

गुलिक काल- दोपहर 12:05 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक

दिशा स्कूल – उत्तर

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