झारखंड के गढ़वाल में धर्म परिवर्तन कराने आए आंध्र प्रदेश और बिहार के ईसाई मिशनरियों से जुड़े छह लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया और अब पुलिस ने उन्हें अपनी बेगुनाही का सबूत दिया है. गुरुवार को सभी प्रतिवादियों को थाने से रिहा कर दिया गया.

संसू, गढ़वा। गढ़वा शहर के टंडवा मोहल्ले के लोगों ने धर्म परिवर्तन के आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को क्लीन चिट दे दी और गुरुवार को सभी आरोपियों को थाने से रिहा कर दिया गया.

पुलिस ने सफाई में ये बात कही

पुलिस का कहना है कि मामले में किसी ने लिखित शिकायत नहीं की है और न ही जांच में धर्म परिवर्तन की पुष्टि हुई है. इसलिए उन्हें रिहा कर दिया गया है.' जिससे लोगों में आक्रोश है।

गढ़वा थाना प्रभारी केके साहू ने कहा कि मतांतरण कराए जाने के आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में लिया था मगर जांच में मतांतरण की पुष्टि नहीं हुई है। जिसके कारण सभी लोगों को छोड़ दिया गया है।

धर्म का प्रसार करने वालों काे नहीं रोक सकते: पुलिस

पूछताछ में किसी तरह की मामला सामने नहीं आया है। थाना प्रभारी ने कहा कि धर्म का प्रचार प्रसार करने सभी आए थे। प्रचार प्रसार करने आए लोगों को हम नहीं रोक सकते हैं। रही बात आवेदन देने के लिए जो मोहल्ले के लोग आवेदन दिया था।

उक्त लोगों से पूछा गया तो उन लोगों ने कहा कि हम लोगों से जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने की बात नहीं कहा है। इस प्रकार थाने से ही मामले का पटाक्षेप हो गया है। इधर आश्रय गृह में लोगों को ठहराए जाने के मामले में गढ़वा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि हमने पूरी जांच पड़ताल के बाद उन्हें ठहराया है। उन पर मतांतरण का मामला भी दर्ज नहीं हुआ है।