खिलाड़ियों की मौज! अब रेड मैजिक 9 प्रो स्मार्टफोन की भारत में भी होगी शिपिंग, यहां जानें जरूरी डिटेल्स
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UGC ने जारी अधिसूचना में यह भी कहा कि यह भी देखने में आया है कि कुछ एडटेक कंपनियां, जो ऑनलाइन मोड में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम पेश करने के लिए कुछ विदेशी विश्वविद्यालयों/संस्थानों के साथ साझेदारी कर रही हैं, समाचार पत्रों/सोशल में विज्ञापन दे रही हैं। मीडिया/टीवी आदि ऐसी फ्रेंचाइजी व्यवस्था की अनुमति नहीं है और UGC ऐसे किसी भी पाठ्यक्रम/डिग्री को मान्यता नहीं देगा।
UGC ने जारी अधिसूचना में यह भी कहा कि यह भी देखने में आया है कि कुछ एडटेक कंपनियां, जो ऑनलाइन मोड में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम पेश करने के लिए कुछ विदेशी विश्वविद्यालयों/संस्थानों के साथ साझेदारी कर रही हैं, समाचार पत्रों/सोशल में विज्ञापन दे रही हैं। मीडिया/टीवी आदि ऐसी फ्रेंचाइजी व्यवस्था की अनुमति नहीं है और UGC ऐसे किसी भी पाठ्यक्रम/डिग्री को मान्यता नहीं देगा।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने हाल ही में विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए देश में कैंपस स्थापित करने के लिए नियम जारी किए हैं। इसके बाद, UGC ने एक ताजा अधिसूचना जारी की जिसमें कहा गया कि कोई भी विदेशी उच्च शिक्षा संस्थान बोर्ड की पूर्व मंजूरी के बिना भारत में कोई भी पाठ्यक्रम पेश नहीं कर सकता है। उच्च शिक्षा संस्थान किसी फ्रेंचाइजी व्यवस्था के तहत पाठ्यक्रम पेश नहीं करेंगे और ऐसे पाठ्यक्रम UGC द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं होंगे। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.gov.in पर जानकारी पढ़ सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करके भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए इस सीधे लिंक पर क्लिक करें
आधिकारिक सूचना पढ़ने के लिए इस डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करें
UGC की चेतावनी
UGC ने जारी अधिसूचना में यह भी कहा कि यह भी देखने में आया है कि कुछ एडटेक कंपनियां कुछ विदेशी विश्वविद्यालयों/संस्थानों के साथ साझेदारी में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम पेश करने के लिए समाचार पत्रों/सोशल मीडिया/टीवी आदि में विज्ञापन दे रही हैं। ऑनलाइन मोड में. . ऐसी फ्रेंचाइजी व्यवस्था की अनुमति नहीं है और UGC ऐसे किसी भी पाठ्यक्रम/डिग्री को मान्यता नहीं देगा। हम सभी फर्जी एडटेक कंपनियों और उनके उच्च शिक्षा संस्थानों के खिलाफ नियमों के मुताबिक कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा UGC ने छात्रों और जनता से इस मामले पर ध्यान देने को कहा है।