छठ में बिहार जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्‍ट की सूची काफी लंबी है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा को ध्‍यान में रखते हुए रेलवे ने धनबाद से सीतामढ़ी के लिए स्पेशल चलाने का फैसला लिया है। धनबाद रेल मंडल की तरफ से इसका प्रस्‍ताव पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय को भी भेजा जा चुका है। इजाजत मिलते ही इसका परिचालन तिथि की घोषणा कर दी जाएगी।

तापस बनर्जी, धनबाद। Chhath Special Trains 2023: छठ को लेकर बिहार जाने वाली ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची लहराने लगी है। धनबाद होकर चलने वाली राउरकेला-जयनगर, सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस और हैदराबाद-रक्सौल एक्सप्रेस में यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है।

यात्रियों की सुविधा पर रेलवे की नजर

यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे धनबाद से सीतामढ़ी के लिए स्पेशल चलाने की तैयारी कर रही है। धनबाद रेल मंडल ने धनबाद-सीतामढ़ी स्पेशल ट्रेन का प्रस्ताव पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय को भेज दिया है। मुख्यालय से जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। अनुमति मिलते ही परिचालन तिथि की घोषणा कर दी जाएगी।

धनबाद से गोरखपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने पर कसरत

हटिया से गोरखपुर जाने वाली मौर्य एक्सप्रेस में छठ के दौरान लंबी वेटिंग लिस्ट है। इसे लेकर धनबाद रेल मंडल धनबाद से गोरखपुर के लिए डुप्लीकेट मौर्य एक्सप्रेस चलाने पर मंथन कर रहा है।

बिहार जाने वाली दूसरी ट्रेनों की बुकिंग की भी समीक्षा की जा रही है। हालांकि, अभी मुख्यालय को प्रस्ताव नहीं भेजा गया है।

यात्रियों की संख्या अधिक हुई, तो गोरखपुर के लिए स्पेशल ट्रेन का प्रस्ताव पूर्व मध्य रेल मुख्यालय को भेजा जा सकता है।

मुख्यालय स्तर पर वेटिंग लिस्ट और रैक की उपलब्धता पर ही स्पेशल ट्रेन को मंजूरी मिल सकेगी।

पटना इंटरसिटी की बुकिंग तेज

छठ से पहले धनबाद से पटना जाने वाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस की सभी सीटें फुल हो गई हैं। 15 और 16 नवंबर को स्लीपर और थर्ड एसी में आरएसी, तो सेकेंड एसी में वेटिंग लिस्ट है। ऐसे में अब पटना और आसपास जाने वाले यात्रियों को कंफर्म सीट मिलना मुश्किल होगा।

सुबह चलने वाली धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में भी छठ को लेकर 15 नवंबर से टिकटों की बुकिंग तेज हो गई है।

पटना जाने वाली पाटलिपुत्र एक्सप्रेस में स्लीपर 15 से 17 व थर्ड एसी में 15 से 18 तक वेटिंग लिस्ट है। गुरुवार को पूर्व मध्य रेल ने एक साथ छह छठ स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की।

इनमें धनबाद की सीमा को छू कर गुजरने वाली भी कोई ट्रेन नहीं है।