पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने देश के लगभग सभी हिस्सों में टोह ली है. परीक्षण में मुख्य रूप से पुणे के जंगलों में बम विस्फोट का परीक्षण शामिल था। आतंकी शाहनवाज की पत्नी की बहन और फरार आतंकी रिजवान की पत्नी की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है, उनसे जुड़ी कई महिलाएं फरार हैं.

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली।  दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी शाहनवाज आलम, मोहम्मद रिजवान अशरफ और अरशद वारसी से जुड़ी कई महिलाएं फरार चल रही है। स्पेशल सेल की पूछताछ में पता चला है शाहनवाज की बहन और पत्नी बसंती पटेल उर्फ मरियम फरार हैं।

वहीं तीनों आतंकियों का फरार साथी मोहम्मद रिजवान की पत्नी अलफिया भी फरार है। इन तीनों महिलाओं की फिलहाल स्पेशल सेल तलाश कर रही है। इसके अलावा कई अन्य महिलाएं भी हैं जो चारों आतंकियों के संपर्क में रही हैं। फिलहाल पुलिस उनकी पहचान का प्रयास कर रही है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि फरार महिलाएं इस्लामिक कट्टरपंथी विचारधारा से पूरी तरह प्रभावित हैं। अलफिया, उसका पति रिजवान, शाहनवाज की पत्नी और फरार हैं।

यह सभी लोग जामिया विश्वविद्वालय में मिले थे। रिजवान व शाहनवाज ने प्रेम विवाह किया है। ग्रेजुएशन कर चुकीं अलफिया की रिजवान से शादी जनवरी, 2021 में हुई थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीमें इन्हें पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, बिहार व केरल समेत कई राज्यों में तलाश कर रही हैं।

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने कई राज्यों में भीड़भाड़ वाली जगहों पर बम धमाके करने की रणनीति के अलावा किसी बड़े व्यक्ति जैसे नेता, फिल्म स्टार या उद्योगपति को बम से उड़ाने की भी साजिश रच रखी थी। इसके पीछे इनका उद्देश्य सिर्फ देश की छवि खराब करना था।

नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस

पुलिस एक-एक कर जो भी शक के दायरे में आ रहा है, उससे पूछताछ कर रही है। इसके अलावा पुलिस इन लोगों से यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार इन्हें कब और किसने मॉड्यूल से जोड़ा? ताकि इनके नेटवर्क के पूरे चेन को खंगाला जा सके।

इसके लिए पिछले दिनों एनआईए ने दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी समेत कई राज्यों में लगातार छापेमारी की थी। अबतक की जांच में पता चला है कि माड्यूल से जुड़े संदिग्धों को ब्लास्ट की वारदात के लिए अलग-अलग टास्क दिए गए थे। हालांकि किसे, क्या टास्क दिया गया था,इसका पता नहीं चल पाया है।

ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए कई जगहों पर की रेकी...

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने देश लगभग सभी हिस्सों में रेकी की थी। इसमें प्रमुख रूप से बम धमाकों का परिक्षण पूणे के जंगलों में किया है। इसकी पुष्टी हुई, हालांकि बताया जा रहा है कि आतंकियों ने राजस्थान और उत्तराखंड के हल्द्वानी में भी धमाके के परीक्षण किए।

लेकिन अभी इसकी सत्याता का पुलिस पता लगा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेकी करने का बम धमाके का परिक्षण करने का उ्देश्य इनका यह था कि वह आतंकियों गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देश के कई हिस्सों में ट्रेनिंग सेंटर खोल सके।

इसके साथ ही बम धमाका कर सुरक्षित स्थान पर कुछ दिनों के लिए छिप सके। फिलहाल पुलिस को शक है कि आतंकियों द्वारा पूर्व में रेकी किए गए स्थानों पर फरार महिलाएं छिपी हो सकती हैं, ऐसे में आतंकियों से इस बारें में गहन पूछताछ की जा रही है।