बिहार में नीतीश सरकार में श्रम मंत्री और रिपब्लिकन नेता सुरेंद्र राम ने शनिवार को रिपब्लिकन सुप्रीमो लालू यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तारीफ की. उन्होंने लालू और तेजस्वी को शोषित और वंचित दलितों का मसीहा बताया. उन्होंने ये टिप्पणी रघुपुर में श्रम मंत्रालय के कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में की. उन्होंने जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी अपने विचार व्यक्त किये.

जागलान संवाददाता हाजीपुर। बिहार के इतिहास में पहली बार गरीबों, शोषितों और वंचितों के मसीहा लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने किसी कार्यकर्ता को श्रम सचिव नियुक्त किया है.

ये बातें श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने रघुपुर में श्रम मंत्रालय के कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं.

बिहार में हुई जातीय जनगणना को लेकर मंत्री सुरेंद्र राम ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने स्वच्छ जातीय जनगणना करायी है और आंकड़े जारी किये हैं.

सुरेंद्र राम ने जातिगत संख्या कम करने की अपील की

उन्होंने कहा कि वही लोग जाति की दुहाई दे रहे हैं, उनकी संख्या कम है लेकिन विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भागीदारी अधिक है. गिनती के बाद इनकी संख्या स्पष्ट हो गयी.

अब उन्हें चिंता है कि हमारे शामिल होने से क्या होगा? यह स्पष्ट है कि भाग लेने वालों को अब इस परिमाण का हिस्सा मिलेगा।

मंत्री सुरेंद्र राम ने श्रम विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम को संबोधित किया. फोटो-जागरण

बक्सर ट्रेन हादसे को लेकर मंत्री सुरेंद्र राम ने कहा कि केंद्र सरकार हर क्षेत्र में विफल रही है. 2024 में बीजेपी सरकार ख़त्म हो जाएगी.

मंत्री सुरेंद्र राम ने यह भी कहा कि शोषित और वंचित गरीबों के नेता लालू प्रसाद यादव हमेशा गरीबों के लिए लड़ते रहे. उसी तरह तेजस्वी प्रसाद यादव ने हमेशा गरीबों, शोषितों, पिछड़ों और अछूतों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ी है.

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के आदेश पर राघोपुर में आईटीआई खोलने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि राघोपुर जिले में विकास की गंगा बह रही है और सभी विकास कार्य तेजस्वी यादव कर रहे हैं.