मधुमेह के लिए बाजरा उपचार मधुमेह एक गंभीर समस्या है जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है। इसका कोई इलाज नहीं है, इसलिए इसे दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह से पीड़ित लोगों को अक्सर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आप इन बाजरों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। डायबिटीज का इलाज करें बाजरा: देशभर में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लाइफस्टाइल में लगातार हो रहे बदलाव और खान-पान की गलत आदतों के कारण लोग कई स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज भी इन्हीं समस्याओं में से एक है और आज कई लोग इसका शिकार होते हैं। यह एक लाइलाज बीमारी है जिसे केवल आहार, दवा और जीवनशैली में कुछ बदलावों से ही नियंत्रित किया जा सकता है।

साथ ही इस बीमारी में मरीजों को ज्यादातर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाने की सलाह दी जाती है। मिलेट्स इन्हीं फूड्स में से एक है, जो डायबिटीज समेत कई सारी समस्याओं में लाभकारी है। अपने कई सारे गुणों की वजह से इन्हें सुपरफूड भी कहा जाता है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और अपने लिए कुछ ऐसा ढूंढ रहे हैं, जिन्हें आप बिना किसी टेंशन के डाइट का हिस्सा बना सकते हैं, तो ये 5 मिलेट्स आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे।

ज्वार

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो ज्वार को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। यह आपके ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ाने की जगह धीरे-धीरे बढ़ाता है। इसमें मौजूद हाई फाइबर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर को स्टेबल रखते हैं और

कोलेस्ट्रॉल कम कर वजन घटाने में मदद करते हैं।

रागी

फिंगर मिलेट, जिसे रागी के नाम से भी जाना जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर एक बहुमुखी अनाज है। इसमें अन्य मिलेट्स और अनाज की तुलना में ज्यादा कैल्शियम और पोटेशियम होता है। शोध से पता चलता है कि रागी में फाइबर, मिनरल और अमीनो एसिड ज्यादा होता है, जिससे ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार होता है।

बाजरा

बाजरा अपनी इंसुलिन सेंसिविटी को बढ़ाने और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को कम करने के लिए जाना जाता है। यह डायबिटीज को रोकने में भी बेहद प्रभावी है, क्योंकि इसमें डाइटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह अन्य फूड आइटम्स की तुलना में ज्यादा धीरे-धीरे पचता है, जिससे ग्लूकोज खून में धीमी गति से बहता है। यह डायबिटीज के मरीज में ब्लड शुगर के लेवल को लंबे समय तक स्थिर रखने में मदद करता है।

कांगनी/कगनी

फॉक्सटेल मिलेट का नियमित सेवन टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स कम हो जाते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि जब चावल और गेहूं के बजाय फॉक्सटेल मिलेट खाया जाता है, तो यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है।

सांवा/सामा

इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और यह पचने में धीमा होता है, जिससे यह कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड का एक बढ़िया विकल्प है। बार्नयार्ड या सांवा में मौजूद कार्बोहाइड्रेट ज्यादा मात्रा में रेसिस्टेंट स्टार्च के प्रोडक्शन में मदद करते हैं। इसे दिल के मरीज और डायबिटीज के मरीज बेहद फायदेमंद है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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