Bhagavad Gita उपदेश महाभारत युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया उपदेश Bhagavad Gita में निहित है। आज भी भगवत गीता की प्रासंगिकता उतनी ही है जितनी महाभारत के युद्ध के मैदान में थी। इसी संदर्भ में आइए भगवत गीता में बताई गई कुछ ऐसी आदतों को समझते हैं जो किसी की सफलता में बाधक बन सकती हैं।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Bhagavad Gita: Bhagavad Gita को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र ग्रंथ माना जाता है। गीता में जीवन की लगभग सभी समस्याओं का समाधान मिल जाता है। इन बातों को अपने जीवन में अपनाने का समय आ गया है। इसके अलावा भगवत गीता में श्री कृष्ण व्यक्ति की कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताते हैं जो उसे आगे बढ़ने और सफलता हासिल करने से रोकती हैं। आइए जानें कुछ आदतों के बारे में जिन्हें व्यक्ति को आज ही छोड़ देना चाहिए।
कई लोगों को ये समस्या होती है कि वो हमेशा अपनी तुलना दूसरों से करते रहते हैं। ऐसा करने से व्यक्ति अपने प्रयासों और लक्ष्यों से भटक जाता है और इस कारण वह सफलता प्राप्त करने में असफल रहता है।
कहते हैं खुशियाँ बांटने से बढ़ती हैं। लेकिन वहीं, कुछ लोगों की आदत दूसरों से हर बात छुपाने की होती है या फिर वे अपनी खुशियां किसी के साथ शेयर करना पसंद नहीं करते। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि व्यक्ति की यह आदत भी उसे सफलता पाने में बाधा डालती है।
किसी भी बड़े लक्ष्य को हासिल करने से पहले आपको छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें पूरा करना चाहिए और फिर बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। लेकिन कुछ लोग कम समय में बड़ी सफलता हासिल करना चाहते हैं. श्रीकृष्ण मनुष्य की इस आदत को सफलता की राह में बाधक बताते हैं।
कई लोग दूसरों की मदद लेने से झिझकते हैं, लेकिन यह आदत आपकी सफलता में बाधा भी बन सकती है। ऐसे में आपको दूसरों से मदद मांगने में शर्माना नहीं चाहिए, तभी आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।
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