साजिश के आरोप में रांची के बर्सा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद ईडी अधिकारियों के खिलाफ ईडी ने कड़ी कार्रवाई की है. तीन जेल अधिकारियों को समन जारी किया गया है और उन सभी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। जेल क्लर्क मंगलवार को स्कूल बोर्ड के कार्यालय पहुंचे। मोहम्मद डेनमार्क के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कथित तौर पर आपातकालीन कक्ष में गवाहों को धमकाने के लिए किया गया था।
डिजिटल डेस्क, रांची। रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में ईडी के खिलाफ साजिश रचने के मामले में अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. ईडी ने जेल के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को समन जारी कर अलग-अलग पूछताछ के लिए बुलाया है. बिरसामुंडा सेंट्रल जेल के रजिस्ट्रार मोहम्मद डेनमार्क मंगलवार को ईडी कार्यालय पहुंचे. ईडी आज उनसे पूछताछ करेगी.
ऐसा समझा जाता है कि मोहम्मद डेनमार्क के मोबाइल फोन का इस्तेमाल आपातकालीन कक्ष में गवाहों को धमकाने के लिए किया गया था। इससे पहले ईडी ने शुक्रवार को जेल में छापेमारी की थी. इस दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर संबंधित जिम्मेदार व्यक्तियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
शिक्षा विभाग ने सोमवार को जेल अधिकारियों को सम्मन जारी किया।
इस संबंध में सोमवार को बिरसामुंडा सेंट्रल जेल के बादल बाबू मोहम्मद दानिश, जेलर नसीम खान और जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को समन जारी किया गया था. इस मामले में ईडी ने बड़ाबाबू को 7 नवंबर, जेलर को 8 नवंबर और जेल निदेशक को 9 नवंबर को तलब किया है.
उम्मीद है कि शिक्षा विभाग इस मामले पर कई तरह के सवाल पूछेगा। उम्मीद है कि इन सभी अधिकारियों से पूछताछ के बाद ईडी कोई बड़ा कदम उठा सकती है.
छापेमारी में जेल प्रशासन की खुली पोल
बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में छापेमारी के दौरान जेल प्रशासन की बदइंतजामी उजागर हुई. ईडी को उनके नाम एक पत्र भी मिला है. हालांकि, जेल प्रशासन ने पत्र को ईडी को भेजने के बजाय इसे गुप्त रखा, लेकिन रजिस्टर से सारा राज लीक हो गया और पता चला कि पत्र भेजा जा चुका है.
इतना ही नहीं, कैदियों के पास से बरामद पत्रों में वे पत्र भी थे जिनमें ईडी को बताया गया था कि उनकी जान को खतरा है. प्रेम प्रकाश को मिले पत्र में ईडी के खिलाफ पूरी साजिश का खुलासा हुआ. इस पत्र से साफ है कि प्रेम प्रकाश ने जेल में रहते हुए भी जेल के अंदर और बाहर कैसे अपनी सरकार चलाई.