‘मेरे NDAमें शामिल होने से सीएम खुश नहीं’, सुरक्षा घटाने पर विधायक ने जताया रोष… फिर अमित शाह से मांगी मदद

झारखंड की राजनीति हुसैनबाद के सांसद और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह की हेमंत सोरेन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सुरक्षा स्थिति में गिरावट आई है। विधायक सिंह ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार ने शुरू से ही उनके साथ भेदभाव किया है और उनकी एकमात्र मांग हुसैनाबाद को जिला बनाना है, लेकिन मुख्यमंत्री इस मामले पर चुप हैं.

झारखंड की राजनीति हुसैनबाद के सांसद और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह की हेमंत सोरेन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सुरक्षा स्थिति में गिरावट आई है। विधायक सिंह ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार ने शुरू से ही उनके साथ भेदभाव किया है और उनकी एकमात्र मांग हुसैनाबाद को जिला बनाना है, लेकिन मुख्यमंत्री इस मामले पर चुप हैं.

संवाद सूत्र, पलामू/रांची। हुसैनाबाद विधायक और एनसीपी (अजित पवार गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह के हेमंत सोरेन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सुरक्षा में गिरावट आई है.

विधायक सिंह ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार ने शुरू से ही उनके साथ भेदभाव किया है और उनकी एकमात्र मांग हुसैनाबाद को जिला बनाना है, लेकिन मुख्यमंत्री इस मामले पर चुप हैं.

‘अहंकारी सीएम ने आश्वासन तक नहीं दिया’

कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के रवैये को देखकर वह एनसीपी के अजित पवार गुट में शामिल हो गये. इस समय वह NDAगठबंधन के सदस्य बन गये. इससे हेमंत सोरेन नाखुश हो गये.

उन्होंने सरकार को काफी समय दिया. इसके बावजूद वे सत्ता के नशे में इस कदर चूर थे कि अपने अहंकार की गारंटी भी नहीं दे सके. हेमंत सरकार ने हुसैनाबाद के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचायी है.

राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र के अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. उनके स्थान पर कोई पोस्ट नहीं किया गया है. एस.डी.पी.ओ रिक्तियां. सरकार जानबूझकर हुसैनबाद संसदीय क्षेत्र में अपेक्षित विकास नहीं होने दे रही है.

श्रेणी Z सुरक्षा की मांग

कहते हैं कि वह एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। चूंकि पार्टी के काम के लिए उन्हें राज्य के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करनी पड़ती है, इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने सिफारिश की कि उन्हें जेड स्तर की सुरक्षा प्रदान की जाए। बहरहाल, सरकार के मौखिक आदेश के बाद पलामू पुलिस ने अपनी सुरक्षा आधी कर दी है.

उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्य आतंकवादियों की हिट लिस्ट में थे। 2006 में कंजापुर स्थित उनके आवास को उग्रवादियों ने उड़ा दिया था. मुख्यमंत्री उनके NDAमें शामिल होने से घबराये हुए हैं. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पता चल जायेगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।