बड़ी नालागर औद्योगिक क्षेत्र में पाकिस्तान की कॉलोनी को लेकर सोमवार की सुर्खियों ने लोगों की रातों की नींद उड़ाकर रख दी। बड़ी साईं मघभपुर नगर इलाके के लोग लंबे समय से ऑनलाइन डिलीवरी के लिए पाकिस्तानी कॉलोनी में पता दर्ज करा रहे हैं। कूरियर कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि ऑनलाइन ऑर्डर करते समय ग्राहक अपना पता दर्ज करता है।
जागरण संवाददाता बडी। हिमाचल प्रदेश समाचार: हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक जिले बड़ी नगरगर में पाकिस्तान कॉलोनी से सुर्खियों ने सोमवार को लोगों को रात में जगाए रखा। बड़ी साईं मघभपुर नगर इलाके के लोग लंबे समय से ऑनलाइन डिलीवरी के लिए पाकिस्तानी कॉलोनी में पता दर्ज करा रहे हैं।
कुछ समय तक कूरियर कंपनी के संचालकों को लगा कि शायद किसी ने गलत पता लिखा है, लेकिन अब लंबे समय तक डिलीवरी ऑर्डर केवल पाकिस्तान के औपनिवेशिक क्षेत्रों से ही भेजे जाने लगे।
लोगों के मोबाइल फोन पर वायरल हो रहा है पाकिस्तान औपनिवेशिक पता
इससे जहां जांच एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं, वहीं लोगों की नींद भी उड़ गई है। विभिन्न कंपनियों के डिलीवरी ऑर्डर यहां पाकिस्तानी औपनिवेशिक पते पर पहुंच रहे हैं।
सोमवार को जब लोगों के मोबाइल फोन पर डीटीडीसी एक्सप्रेस का बिल वायरल हुआ तो लोग हैरान रह गए, जिसके बाद हिंदू जागरण मंच विभाग हरकत में आया और इस संबंध में एसपी कार्यालय बीबीएन में एक शिकायत पत्र सौंपा।
एक्सप्रेस कंपनी के कर्मचारियों ने भी विरोध जताया
बद्दी में कई कूरियर कंपनियां संचालित हैं। बूप नगर जिले में लोग अपना पता दर्ज करते हुए अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट और मिंत्रा जैसे ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल से सामान खरीदते हैं। जब कूरियर कंपनी के कर्मचारी उस पते पर पहुंचे जहां पैकेज पहुंचाया जा रहा था, तो वहां कई घरों से एक आदमी निकला और अपना सामान लेकर लौट आया।
केवल ग्राहकों के पास पाकिस्तान कॉलोनी में पंजीकृत पते हैं।
एक्सप्रेस कंपनी के कर्मचारियों ने कहा कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय ग्राहक अपना पता दर्ज करते हैं, और एक्सप्रेस कंपनी द्वारा चालान पर दर्ज किया गया पता वही होता है। स्थानीय कूरियर कर्मचारियों ने भी कहा कि उन्हें पाकिस्तानी कॉलोनी को देखकर असहजता महसूस हुई और उन्होंने विरोध भी किया।