स्मिता पाटिल हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की एक ऐसी अभिनेत्री हैं जो आज भी अपने शानदार अभिनय के लिए जानी जाती हैं। एक्ट्रेस की जिंदगी भले ही छोटी रही हो, लेकिन अपने काम के दम पर उन्होंने कम समय में ऐसी विरासत रची कि फिल्म इंडस्ट्री आज भी उन्हें याद करती है।
मनोरंजन स्टेशन, नई दिल्ली। स्मिता पाटिल को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की वरिष्ठ अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है। अपने छोटे से करियर के दौरान, अभिनेत्री ने अद्भुत क्लासिक और कल्ट फिल्मों में अभिनय किया। इसके अलावा स्मिता पाटिल ने मसाला फिल्मों में भी काम किया है।
17 अक्टूबर, 1955 को जन्मी स्मिता पाटिल के जीवन में भले ही बहुत कुछ न रहा हो, लेकिन उन्होंने अपनी पहचान को इतनी गंभीरता से लिया कि आखिरकार लाखों प्रशंसक उनसे जुड़ने के लिए तैयार नहीं हुए और उन्होंने अलविदा कह दिया। भले ही उनका समय कम था, लेकिन अभिनेत्री ने कम उम्र में अपनी कड़ी मेहनत और काम से एक विरासत बनाई।
स्मिता पाटिल के पास किसी भी किरदार को जीने की कला है। अपने छोटे से करियर में उन्होंने हिंदी, बंगाली, मराठी, गुजराती, मलयालम और कन्नड़ समेत 6 भाषाओं में फिल्में बनाई हैं। स्मिता पाटिल की डेथ एनिवर्सरी के मौके पर हम उनकी कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने एक्ट्रेस को फिल्म इंडस्ट्री में एक अलग पहचान दिलाई…
एल्स (एएलएस, 1982)
फिल्म की कहानी महेश भट्ट और दिवंगत अभिनेत्री परवीन बाबी के रिश्ते पर आधारित है। “एल्स” का निर्देशन भी महेश भट्ट ने ही किया है। फिल्म में शबाना आजमी के साथ राज बब्बर और शबाना आजमी अहम भूमिका में हैं। फिल्म में स्मिता पाटिल ने एक मानसिक रूप से बीमार अभिनेत्री का किरदार निभाया है जिसे एक शादीशुदा आदमी से प्यार हो जाता है।
हार्पर बाज़ार (बाज़ार, 1982)
सागर सरहदी द्वारा निर्देशित यह फिल्म हैदराबाद पर आधारित है और दुल्हन के नाम पर कम उम्र की लड़कियों की तस्करी की कहानी बताती है। स्मिता पाटिल ने हार्पर बाजार में नजमा नाम का किरदार निभाया था। फिल्म में उनके साथ नसीरुद्दीन शाह, सुप्रिया पाठक और फारूक शाह ने अहम भूमिका निभाई थी.
नमक हलाल फ़ूड (नमक हलाल फ़ूड, 1982)
प्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित नमक हलाल एक सुपरहिट कमर्शियल फिल्म है। इस फिल्म में स्मिता पाटिल की जोड़ी अमिताभ बच्चन के साथ है। नमक हलाल का गाना ‘आज रपट जाए तो’ आज भी लोकप्रिय है।
भूमिका (भूमिका, 1977)
ये फिल्म स्मिता पाटिल के लिए बेहद खास है. श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित भूमिका में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्मिता पाटिल ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
मिर्ची मसाला (मिर्ची मसाला, 1985)
मिर्च मसाला भारतीय सिनेमा की उन कुछ फिल्मों में से एक है जो अपने शानदार प्रदर्शन के लिए जानी जाती है। इस फिल्म में स्मिता पाटिल ने संभाई का किरदार निभाया है। मिर्च मसाला की कहानी 1940 के दशक के आसपास घूमती है। फिल्म संभाई और शक्तिशाली सूबेदार के बीच संघर्ष की कहानी बताती है।